अगले दिन सुबहे मुझे बहुत पसीना आने कि वजह से जिस्म में खुजली हो रही थी और उधर से मुन्नी का सन्देश आया था कि वह देर से आयेगी! जब मुझसे खुजली बर्दास्त नहीं हुई, तब मैंने सोचा कि क्यों न नितिन का सहारा लिया जाए और उसे ही स्पंज करने को कह दूं! उसने तो मुझे नग्न देखा हुआ ही था तो मुझे उससे किसी बात कि शर्म नहीं आनी चाहिए! यह सोच कर मैंने नितिन को आवाज दी और उसे मुन्नी के देर से आने के बारे में बताया तथा उसे आग्रह किया कि वह मेरा स्पंज कर दे! यह सुन कर वह पहले तो हिचकचाया फिर पूछने लगा कि क्या मैं उसे जिस्म की सब जगहें स्पंज करने दूंगीं! जब मैंने उसे हाँ कही तब वह खुशी खुशी भाग कर बाथरूम में गया और स्पंज सारा सामान ले आया! फिर उसने आगे बढ़ कर मेरे कपड़े उतारने शुरू किये! पहली मेरी कमीज उतारी, फिर मेरी ब्रा उतारी, फिर मेरी सलवार और कच्छी भी उतार दी! अब मैं उसके सामने बिलकुल नग्न थी! यही वह क्षण था जब से मेरे जीवन में बदलाव आया था और मैं शर्मसार से बेशर्म बन गई थी तथा घर भर में कम कपड़ों में ही घूमना शुरू कर दिया था तथा दीदी और नितिन के सामने अर्धनग्न भी हो जाती थी!
नितिन ने बड़े ध्यान से मेरी नग्नता को निहारा, मेरे मम्मों, निप्पलों तथा चूत के बालों पर हाथ फेरा! फिर मुझे उल्टा कर के मेरी पीठ और टांगो को स्पंज किया, मेरे चूतडों को जोर जोर से रगड़ कर स्पंज किया और मेरी गांड में ऊँगली भी कर दी! जब मैंने उससे पुछा कि वह यह क्या कर रहा था तो उसने कहा कि अंदर तक स्पंज कर रहा था! उसका इस तरह गांड में ऊँगली करना और मेरे चूतडों को दबाना तथा मसलना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था इसलिए मैंने उसे कुछ देर ऐसा करने दिया! कुछ देर के बाद में उसने मुझे सीधा किया और मेरे सिर और चेहरे, मेरी गर्दन, छाती, मम्मों, पेट, कमर, जाहंगों और टांगों को स्पंज किया! इसके बाद उसने मेरी दोनों टांगो को चौड़ा कर उन के बीच में विराजमान मेरी चूत को भी रगड़ते हुए स्पंज कर दिया! जब वह चूत का स्पंज कर रहा था तब उसने उसमे भी ऊँगली करने कि कोशिश की पर मैंने उसे रोक दिया! फिर मैंने उसे जल्दी से स्पंज खतम करने को कहा! इस के बाद उसने मुझे सूखे तौलिए से पोंछ दिया और मेरे मम्मो और उन की निप्पलों को पकड़ कर मसला और थोड़ी देर बाद वह मेरी चूत के बालों के उपर हाथ फेरने लगा! उस कि इस हरकत से मैं बहुत गर्म होने लगी थी लेकिन अपनी बिमारी की कमजोरी को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने पर काबू रखा तथा उसे अलग हटने को और कपड़े पहनाने के लिए कहा! नितिन मेरे साफ़ कपड़े निकाल लाया और सब से पहले उसने मुझे कच्छी पहनाई लेकिन उपर करने से ने पहले मेरी चूत के बालों को अच्छी तरह मसला और एक बार फिर ऊँगली करने कि नाकाम कोशिश की! इसके बाद उसने मुझे सलवार पहनाई! ब्रा पहनाने से पहले उसने मेरे मेरे मम्मों को बड़े प्यार से मसला! उसका ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगा लेकिन बात आगे ना बढ़ जाये इसलिए मैंने उसे कहा कि वह अब बस कर दे और बाकी के कपड़े पहना दे! मेरी बात सुन कर उसने मुझे ब्रा और कमीज पहना दी तथा स्पंज का सामान उठा कर वहां से चला गया! जब वह जा रहा था तब मैंने देखा कि उसका पजामा आगे से उठा हुआ था और कुछ गीला सा भी लग रहा था! जब वह मेरे कमरे में वापिस आया तो उसने पेंट पहन रखी थी! मैंने उसे पूछा कि पेंट पहन ली है क्या कहीं जाना है तो वह बोला नहीं, सपंज का पानी गिरने से पजामा गीला हो गया था इसलिए बदल लिया! मैंने मुस्कराते हुए उसे देखा और कह दिया कि मैं तो समझी थी कि कुछ लीक हो गया था! वह कुछ नहीं बोला और वहीँ चुपचाप बैठा नीचे देखता रहा!
दुपहर को मुन्नी आई और उसने जब मुझे स्पंज के लिए पूछा तो मैंने उसे मना कर दिया और कहा कि जब काम खतम कर के शाम को घर जाने से पहले कर देगी! क्योंकि नितिन ने मेरे जिस्म को इतनी अच्छी तरह मसला और दबाया था इसलिए मुझे खाना खाने के बाद तुरंत नींद आ गयी! शाम को मुन्नी ने मेरा स्पंज करके बाद जब अपने घर चली गई तब नितिन मेरे कमरे में आ गया और मेरे पास बैठ गया! मैंने जब पुछा कि क्या बात है तो उसने मेरे मम्मों पर हाथ रख कर उन्हें दबाने तथा मसलने कि इजाजत माँगी!! मेरे हाँ कहने पर उसने बड़े प्यार से मेरी कमीज और ब्रा उतर दी और मेरे पास लेट कर मेरे मम्मों पर हाथ फेरने लगा और मसलने लगा! कुछ देर के बाद उसने मेरे मम्मों कि निप्पलों को बारी बारी अपने मुहँ में डाल कर अहिस्ता अहिस्ता चूसने लगा! उस कि इस तरह मम्मों की प्यारी चुसाई से मैं सातवें आसमान पर तैरने लगी, मेरी चूत में भी गुदगदी होने लगी! तभी मुझे नितिन कि जाह्न्गों के बीच में कुछ हलचल महसूस हुई और पेंट भी उभरी हुई सी लगी! मैंने जैसे ही उस तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो नितिन ने मेरा हाथ थाम लिया! तब मैंने उसे अपने से दूर कर दिया और कह दिया कि उसने तो मेरा पूरा जिस्म अच्छी तरह से देख लिया है और उससे खेल भी लिया है लेकिन अपना जिस्म अभी तक नहीं दिखाया! अब जब तक वह मुझको अपने शरीर नहीं दिखता और उससे खेलने नहीं देता तब तक मैं उसे अपने मम्मों को छूने भी नहीं दूंगी!